मास्क में नमी बन रही है ब्लैक फंगस का कारण

गाजियाबाद । लगातार मास्क पहने रहने से एक ही मास्क के बार-बार बगैर धोएं इस्तेमाल करने से ब्लैक फंगस होने की संभावना बढ़ जाती है । विशेषज्ञों द्वारा डायबिटीज मरीजों में ब्लैक फंगस के लगातार बढ़ते हुए मामलों में वृद्धि होने के कारणों के बारे में बताते हुए यह बात कही गई के लगातार एक ही मास्क लगाए रखने के कारण पैदा हुई नमी से ब्लैक फंगस पनपता है। विशेषज्ञों की मानें तो कोविड के मरीजों में म्यूकरोमाइक्रोसिस ब्लैक फंगस होने का मुख्य कारण इस्तेमाल किए जाने वाले मास्क में नमी का होना बताया जाता है। उनके अनुसार टीकाकरण के उपरांत कोरोना की दवाइयों के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ जाती है । कोरोना के मरीजों को शुगर तथा नाम शुगर दोनों ही तरह के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी हो सकती है । मरीजों में लगाए जाने वाले लंबे समय तक के ऑक्सीजन की वजह से भी ब्लैक फंगस हो सकता है। डॉक्टर के अनुसार वर्षा ऋतु में इस तरह के फंगल इंफेक्शन का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है । इसलिए कोरोना से ठीक हुए लोगों को यह सलाह दी जाती है कि किसी एंटीसेप्टिक अथवा डेटॉल आदि के घोल में मास्क को धोने के बाद अच्छी तरह धूप में सुखाकर दोबारा यूज़ करें । यह भी सलाह दी जाती है कि यदि संभव हो तो हमेशा नया मास्क यूज़ करें ताकि फंगल इंफेक्शन से बचा जा सके ।