कड़े ऐतराज के बावजूद डूडा ने किए 29 खोखे आवंटित

गाजियाबाद। जनपद के पार्षदों द्वारा कड़े विरोध किए जाने के बावजूद जिला नगरीय विकास अभिकरण ( डूडा ) तथा नगर निगम द्वारा आपसी सांठगांठ के तहत खोखे का आवंटन शुरू कर दिया गया है जो कि सभी को अचंभित करने वाला कार्य है । दिलचस्प बात यह है कि नगर निगम अधिकारियों द्वारा बोर्ड से अनुमति लिए बगैर ही घंटाघर के समीप स्थित कन्या वेदिक स्कूल सडक़ किनारे 29 खोके रखवा दिए गए हैं जो की पूरी तरह गैरकानूनी है । कोरोना महामारी की वजह से एक तरफ जहां जनपद में सभी विकास काजू पर पूरी तरह से रोक लगी हुई थी वही आपदा में अवसर का फायदा उठाते हुए नगर निगम के अधिकारियों द्वारा गुपचुप तरीके से एक दो नहीं बल्कि पूरे 29 खोखे का आवंटन सचमुच आश्चर्यजनक है। क्या वाकई नगर निगम बोर्ड को अथवा महापौर आशा शर्मा को इसकी जानकारी नहीं है अथवा सब कुछ जानने के बावजूद इस पूरे प्रकरण से आंखें मूंद ली गई है? पार्षदों द्वारा नगर निगम तथा ड्यूटी अधिकारियों पर हिटलर शाही तथा आपदा के इस समय में जमकर मनमानी करने के आरोप लगाए हैं। डूडा द्वारा कन्या वेदिक स्कूल, नवयुग मार्केट, राज नगर, शास्त्री नगर तथा वसुंधरा में पांच स्थानों पर वेंडिंग जोन बनाकर सडक़ों के किनारे खोखो के आवंटन की योजना बनाई गई थी। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के ठीक पहले महापौर आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तवर द्वारा कन्या वेदिक स्कूल के समीप एक खोखा रखवा कर इसका औपचारिक उद्घाटन भी कर दिया गया था। कोरम पूरा करने की प्रक्रिया को ठेंगा दिखाते हुए गुपचुप तरीके से खोके के आवंटन की इस प्रक्रिया को भाजपा पार्षद राजेंद्र त्यागी द्वारा चुनौती दी गई थी। पर सूत्रों के अनुसार इसके बावजूद अभी धड़ल्ले से खोखे के आवंटन की प्रक्रिया जारी है।