अभी भी दो गज की दूरी-मास्क है जरूरी

नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन की प्रभावशीलता में कमी का सबसे बड़ा कारण डेल्टा वेरिएंट, मास्क न लगाना और सामाजिक दूरी को लेकर लापरवाही रही है। न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य विभाग ने एक नए अध्ययन में यह दावा किया है। स्वास्थ्य विभाग के वैज्ञानिकों ने न्यूयॉर्क में 2021 की गर्मियों के दौरान कोरोना के डेल्टा मामले बढऩे के दौरान वैक्सीन की प्रभावशीलता का अध्ययन किया। इस दौरान राज्यव्यापी टीकाकरण, जांच और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में पाया गया कि इस दौरान फाइजर-बायोएनटेक, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के टीकों की प्रभावशीलता में 25 फीसदी तक की कमी आ गई। हालांकि, प्रभावशीलता में कमी के बावजूद कोरोना टीके अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में काफी कारगर साबित हुए। अध्ययन में पाया गया कि डेल्टा के मामले बढऩे के दौरान टीका 18 से 64 वर्ष की आयु के संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में 90 फीसदी प्रभावी रहा।