उत्तराखंड: किसके सिर सजेगा ताज, रावत, धामी अजय में टक्कर

बीएल जोशी, देहरादून। उत्तराखंड की पांचवीं निर्वाचित सरकार के संभावित सीएम के रूप में फिलवक्त चार प्रमुख चेहरे सामने हैं। भाजपा जहां वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी को युवा नेतृत्व के रूप में आगे बढ़ाते हुए चुनाव मैदान में उतर रही है। वहीं कांग्रेस में की सीएम पद की पूरी दौड़ फिलहाल पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बीच ही सिमटी हुई है। रावत और प्रीतम के नाम उनके समर्थक सीएम के रूप में पिछले लंबे समय से चला रहे हैं। आम आदमी पार्टी पहले ही कर्नल अजय कोठियाल (रि) को अपना सीएम कैंडिडेट तय कर चुकी है। भाजपा में फिलहाल सीएम के रूप में वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी ही सबसे आगे हैं। जुलाई 2021 में वर्तमान सरकार के तीसरे सीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद धामी ने लगातार प्रदेश के दौरे पर हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा समेत सभी नेता धामी को भविष्य बता चुके हैं। इससे माना जा रहा है कि भाजपा में फिलहाल धामी ही सीएम को चेहरा हो सकते हैं। हालांकि, पार्टी में मुख्यमंत्री के कई दावेदार हैं, इनमें पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी शामिल हैं। कांग्रेस में जाहिर तौर पर इस वक्त चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ही भावी सीएम की दौड़ में है। दोनों के समर्थकों का मानना है कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर इनमें ही एक व्यक्ति सीएम बनेगा। इन सबके बीच जिस प्रकार दलित सीएम की बात कांग्रेस में आती रही है, उससे यशपाल आर्य का नाम भी इस दौड़ में शामिल हो जाता है। इधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के समर्थक उन्हें छुपे रूस्तम की तरह देख रहे हैं। सत्ता में आने पर सीएम के पद के शीर्ष नेताओं में संघर्ष होने पर गोदियाल भी बाजी मार सकते हैं। प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों में केवल आप ही ऐसा दल है, जिसने सीएम को लेकर कोई असंमजस नहीं रखा है। आप ने काफी पहले ही कर्नल अजय कोठियाल (रि) को अपना सीएम प्रत्याशी घोषित कर दिया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद उत्तराखंड आकर उनके नाम का ऐलान किया।