जुनूनी पोस्टमास्टर ने बना डाला बेगम की याद में मिनी ताज

mini taj

लखनऊ। किसी से बेपनाह मोहब्बत भी आदमी को उस जुनून तक ले जाती है जहां तक शायद कोई सोच भी न सके। धरती पर कई उदाहरण हैं जिन्होंने अपने प्यार को जिंदा रखने के लिए लीक से हटकर काम किया। शायद शाहजहां ने भी बेगम मुमताज की याद में ताजमहली बनाकर यही काम किया था। ऐसे ही जुनूनी मोहब्बत में यूपी के एक पोस्टमास्टर ने अपनी बेगम की याद में ताजमहल की प्रतिकृति बना डाली। जानकारी के मुताबिक फैजुल हसन कादरी ने बुलंदशहर से करीब 50 किमी दूर केसर कलां गांव में यह ताजमहल बनाया है। अपनी बीबी ताजामुल्ली के इंतकाल के बाद उन्होंने इसे बनाना शुरू किया था। फैजुल हसन कादरी का 1953 में ताजामुल्ली से निकाह हुआ था। निकाह के 58 साल तक साथ रहने के बाद साल 2011 में कैंसर से ताजामुल्ली का इंतकाल हो गया। इंतकाल के बाद कादरी ने उन्हें अपने खेत में ही दफनाया और बीबी की याद में मिनी ताजमहल बनाने में जुट गए। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी सारी जमा पूंजी इस मिनी ताजमहल को बनाने में लगा दी। यह मिनी ताजमहल बनकर तैयार है, बस कुछ फिनिशिंग का काम बचा हुआ है, लेकिन अब कादरी के पूरे पैसे खत्म हो चुके हैं इसलिए फिलहाल काम रुका हुआ है। कादरी इसे बनाने में 11 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। कादरी बताते हैं कि शुरू में उन्होंने अपनी जमीन का एक हिस्सा 6 लाख रुपए में बेचा। फिर 1.5 लाख रुपए में चांदी के कुछ जेवर बेचकर मकबरे का काम शुरू किया। अब मार्बल लगाने का काम बचा है। वह मकबरे के आसपास गार्डन भी बनाना चाहते हैं और इस सबके लिए 6-7 लाख रुपयों की जरूरत हैं।
इस मकबरे के आसपास चार मीनारें हैं, जो करीब 27 फीट ऊंची हैं। पीछे एक छोटा सा तालाब है। एक छोटा गार्डन तैयार करने के लिए कुछ पौधे भी लगाए गए हैं। ताज के निर्माण को पूरा करने के लिए कई लोग मार्बल देने के साथ ही आर्थिक मदद की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन कादरी ने इंकार कर दिया। उनका कहना है कि वे किसी की मदद नहीं लेंगे, क्योंकि यह अपनी बीवी के प्रति उनके प्यार का तोहफा है।