अलगावादी नेता यासीन मलिक के गढ़ में पहुंचे राहुल

rahul 1
श्रीनगर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को श्रीनगर में अलगावादियों के विरोध प्रदर्शन करने के प्रमुख ठिकाने मैसूमा इलाके में अचानक पहुंचे और यहां एक स्थानीय दुकान पर चाय पी और हल्का नाश्ता किया। यह स्थान लाल चौक के पास है। जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जी ए मीर ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के कार्यालय से हवाई अड्डे के लिये रवाना होने पर राहुल ने लाल चौक जाने की इच्छा व्यक्त की, इसलिए काफिले ने जहांगीर चौक से यू टर्न ले लिया और मैसूमा चौक (लाल चौक के पास) के पास रुके। मैसूमा अलगाववादियों और जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासीन मलिक का गढ़ रहा है और यहां व्यस्त बाजार में राहुल गांधी पैदल चलकर एक स्थानीय दुकान पर गए जिससे उनकी सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के लिए परेशानी की स्थिति उत्पन्न हो गई। मीर ने कहा कि राहुल ने दुकानदार से चाय, पकौड़ा और स्थानीय रोटी बाकरखानी ली। उन्होंने आलू चिप्स और नादरूमूंज (कमल ककड़ी से बना प्रसिद्ध कश्मीरी स्नैक्स) भी खरीद कर घर ले गए। जेकेपीसीसी के अध्यक्ष ने कहा कि मायसूमा के दौरे से राहुल काफी प्रसन्न नजर आ रहे थे। मीर ने कहा कि वह काफी खुश और प्रसन्न थे। इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष ने घाटी में कई धार्मिक स्थलों का दौरा किया जिसमें प्रसिद्ध खीर भवानी और हजरतबल शामिल है। मीर ने कहा कि राहुल ने खीर भवानी मंदिर (गंदरबल) में प्रार्थना की। वह डल झील के किनारे स्थित हजरतबल दरगाह और इशबेर निशात में एक मंदिर भी गए। उन्होंने कहा कि राहुल हरिपर्वत पर स्थित मखदूम साहिब भी जाना चाहते थे। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने इतनी अल्प सूचना पर उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी। राहुल यहां पार्टी मुख्यालय भी गए। पिछले वर्ष बाढ़ के बाद यह उनकी पहली यात्रा है। मीर ने कहा कि राहुल ने पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की। राहुल गांधी राज्य की तीन दिन की यात्रा पर आए है। उनकी लद्दाख यात्रा को रद्द कर दिया गया। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि उनके पूर्व के कार्यक्रम में कुछ बदलाव के कारण लद्दाख यात्रा नहीं हो सकी। राहुल आने वाले महीनों में फिर राज्य के दौरे पर आयेंगे।