आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा के प्रचार के लिए शिविर आज

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लखनऊ। देश की लोकप्रिय चिकित्सा पद्धतियां आयुर्वेद एवं यूनानी के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार हेतु जनपद लखनऊ के राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सालयो में आयुर्वेदिक निदान एवं विशिष्ट चिकित्सा शिविरों का आयोजन प्रत्येक सप्ताह में किसी न किसी चिकित्सालय में निरन्तर किया जा रहा है। अभी तक राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय तेलीबाग, बंगलाबाजार एवं विकासनगर में शिविरों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें लाभान्वित रोगियों की संख्या क्रमश: 154, 435 एवं 305 रही है। आगामी विशिष्ट चिकित्सा शिविर, मोहनलालगंज स्थित 25 शैय्या युक्त आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 11 सितम्बर को प्रात: 8 बजे से अपराह्न 3 बजे तक किया जायेगा। इस शिविर में मौसमी बुखार एवं सामान्य रोगों से पीडि़त रोगियों के साथ-साथ पंचकर्म चिकित्सा द्वारा जटिल एवं जीर्ण रोग जैसे-गठिया, जोडो के दर्द, संधिवात, त्वचा एवं श्वास-कास के रोगियों को नि:शुल्क औषधियाँ वितरित कर उपचारित किया जायेगा। शिविर को समुचित ढंग से सम्पन्न कराने हेतु डा. अरविंद वर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी मोहनलालगंज के साथ महिला चिकित्साधिकारी डा. पुष्पा श्रीवास्तव, डा. कुसुम कुमारी एवं डा. नीरज अग्रवाल द्वारा चिकित्सा परामर्श एवं रोगियों को उपचार उपलब्ध कराया जायेगा। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, लखनऊ डा. शिव शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इन विशिष्ट चिकित्सा शिविरों के आयोजनों से चिकित्सालयों में रोगियों की सख्ंया मे बढोत्तरी हो रही है और जन साधारण की रुचि आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति के प्रति बढ़ रही है। उन्होने आह्वान किया कि जनपद मे कार्यरत 39 आयुर्वेदिक एवं 7 यूनानी चिकित्सालयों में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का अधिकाधिक लाभ उठा कर अपने स्वास्थ्य का संरक्षण करें। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चल रहे वात-श्लेषमक ज्वर (वायरल फीवर) से राहत के लिए तुलसी, गिलोय एवं काली मिर्च का काढ़ा प्रतिदिन सेवन करें तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दूध में हल्दी, अदरक एवं मुलेठी को उबालकर पियें। इन शिविरों में स्वास्थ्य रक्षा हेतु आयुर्वेद एवं स्वास्थ्य नामक पत्रक का भी नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है, जिसका पालन कर हम स्वस्थ बने रह सकते हैं।