अस्मत लूटने में असफल दारोगा ने महिला को जलाया

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लखनऊ। बाराबंकी जिले के कोठी थाने के थानाध्यक्ष और दरोगा ने महिला से दुष्कर्म करने में असफल रहने पर उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। जिसके बाद वह बुरी तरह जल गयी। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। हालत गंभीर होने पर उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल के बर्न वार्ड मेंं भर्ती किया गया है।
जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र के सिमरावॉ गावॅ में एक महिला के साथ छेड़ छाड़ के मामले को लेकर दबंगो ने महिला के पति को गोली मार कर घायल कर दिया था जिसका उपचार अस्पताल में चल रहा है। कोठी पुलिस इस मामले में घटना के आरोपी दीपक तिवारी और दूर के रिश्तेदार रामनारायण द्विवेदी को थाने पकड़ लाई थी। रविवार को उसके पति को फायरिंग के झूठे मुकदमें में थानाध्यक्ष ने कोठी थाने में बंद कर दिया था।
बाराबंकी नायब तहसीलदार के सामने आग से जली महिला ने अपने बयान दर्ज कराते हुए कहा कि थानाध्यक्ष राय सिंह यादव और दरोगा अखिलेश उस पर बुरी नजर रखते थे। उसे राह चलते फब्तियां कसते थे। सोमवार की सुबह राम नारायण द्विवेदी को थाने में खाना देने के लिये उनकी पत्नी गयी हुई थी। थाने के अन्दर थानाध्यक्ष राय साहब यादव व उपनिरीक्षक अखिलेश ने उस के साथ छेड़ छाड़ की। विरोध करने पर पैट्रोल डाल कर जिन्दा जला दिया। बताते है कि जब यह महिला थाने में धू धू कर जल रही थी तो पुलिस के लोग भाग खडे हुए। थाने में मौजूद अन्य लोगो ने उस को बचाया और उसे जिला अस्पताल लाया गया। अचानक उसकी हालत बिगडऩें पर उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसकी हालत नाजुक है।
बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि महिला के बयान के बाद थानाध्यक्ष और दरोगा के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट आईपीसी की धारा 342,504 ,506 और 511 के तहत दर्ज कर ली गयी है। इसके बाद थानाध्यक्ष और दरोगा को निलम्बित कर दिया गया है। इस बारे में आईजी लोक शिकायत अंशोक मुथा जैन ने बताया कि कोठी थाने के बाहर महिला के आग लगाने का समाचार है। उसके पति को पुलिस पूछताछ के लिए थाने लायी थी। वह किसी मुकदमें में वांिचत नहीं था। उसके रिश्तेदारों के खिलाफ मुकदमे थे। कोठी पुलिस ने रात में उससे पूछताछ की थी। महिला चाहती थी कि उसके पति को छोड़ दिया जाए। जब पुलिस ने उसके पति को नहीं छोड़ा तो उसने पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली। इस मामले में पुलिस ने इस मामले की जंाच के आदेश दिये हैं। घटना की जांच के बाद पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी। महिला के पति को रिहा कर दिया गया है। बाराबंकी के जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने घटना की मजिस्ट्रेट जॉच के आदेश दिये है।