सपा-बसपा नेताओं की मौजूदगी में मिले नोटों की जांच मजिस्ट्रेट को सौंपी

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लखनऊ। उप्र के मेरठ के सर्किट हाउस में प्रदेश के एक मंत्री व बसपा के महामंत्री की मौजूदगी में नोटो से भरे डिब्बे के मामले की जांच मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। जांच के लिए मेरठ के एसीएम राम भरत तिवारी व सीओ सिविल लाइन स्वर्णजीत कौर को संयुक्त जांच के आदेश है। दोनों ही अधिकारी पता लगाएंगें कि नोटो से भरा डिब्बा कौन और किसके लिए लाया था। दोनों ही अधिकारी सर्किट हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग भी हासिल करेंगे। इतना ही नहीं जांच में अखबारों के फोटो को बतौर सबूत के शामिल किया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि सीओ और एसीएम पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे। इसकी रिपोर्ट डीएम और एसएसपी को भी दी जाएगी।
गौरतलब है कि 26 जून को मेरठ के सर्किट हाउस के रूम नंबर दो में सपा कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर और रूम नंबर चार में बसपा के महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ठहरे हुए थे। गाजियाबाद के बिल्डर अनिल राणा की एक्सयूवी में करीब पांच करोड़ के नोटों से भरा डिब्बा आने का पता चलता है। नोटों का कार्टन लेकर आई गाड़ी कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर की गाड़ी के समीप रुकी थी। यह अभी भी जांच का विषय है, खुद कैबिनेट मंत्री ही इसकी जांच कराएंगे, जबकि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने भी नोटो से भरे मामले से किनारा कर लिया था। जबकि नोटो से भरे डिब्बे के पास बसपा के कैंट प्रत्याशी शैलेंद्र चौधरी, गाजियाबाद के पूर्व जिलाध्यक्ष रामप्रसाद, जोन कोआर्डिनेटर के चाचा मामचंद खड़े है।