कोठी थाने में जलायी गयी महिला की मौत

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बाराबंकी। जिले के थाना कोठी में गलत तरीके से हिरासत में रखे गये पति को छुड़ाने गयी महिला को थानाध्यक्ष व दरोगा ने थाने में ही पेट्रोल डालकर जिन्दा जलाये जाने को लेकर मामला गम्भीर हो गया है। आज सुबह चार बजे सिविल अस्पताल लखनऊ में उसकी मौत हो गयी। जिससे पत्रकारो में रोष व्याप्त हो गया है। आज पत्रकारो का प्रतिनिधिण्डल पुलिस अधीक्षक से मिलकर दोषी पुलिसजनो को बर्खास्त करने की मांग की। उल्लेखनीय है कि उक्त महिला नीतू द्विवेदी क्षेत्रीय पत्रकार की मां थी थाना कोठी क्षेत्र के सेमरावां में बीते शनिवार को छेडख़ानी के मामले में एक युवक को गोली मारकर घायल कर दिया गया था जिसमें नामजद नन्द किशोर व उसके पुत्र फरार चल रहे थे रविवार को पुलिस ने नन्द किशोर के रिश्तेदार गहा में रहते थे वहां से उनके रिश्तेदार रामनरायन द्विवेदी को पुलिस उठा लायी और उसे बेवजह प्रताडि़त कर रही थी। राम नरायन को इसलिये प्रताडि़त किया जा रहा था कि वह नन्द किशोर व उसके पुत्र को हाजिर कराये। रामनरायन की पत्नी नीतू द्विवेदी सोमवार को सुबह दस बजे कोठी थाने पहुंची थी यही पर नीतू आग से गम्भीर रूप से झुलस गयी जिससे पहले जिला अस्पताल लाया गया वहां से सिविल लाइन लखनऊ रिफर कर दिया गया था। आज सुबह उसकी मौत हो गयी। इस सम्बंध में जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने मामले की गम्भीरता को देखते हुये कोठी मे महिला की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये है। जिलाधिकारी, एसडीएम हैदरगढ़ डी.बी. सिंह को मजिस्ट्रेट जांच सौंपी गयी है। शिवसेना ने दोनो दरोगाओ को जेल भेजे जाने की मांग की है। वही इस मामले में राज्य महिला आयोग ने जिला एवं पुलिस प्रशासन से जवाब तलब कर पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है। आज जिला पंचायत सभागार में पत्रकारो की बैठक हुयी जिसमें उक्त काण्ड की निन्दा की गयी और जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया। इस प्रकरण को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी गम्भीरता से लिया है उन्होंने कार्रवाई के निर्देश दिये है।