देश में साइकिलिंग के लिए प्लानिंग की कमी

cm 26 sep 2
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि साइकिल एक बहु-उपयोगी एवं बेहद लाभदायक सवारी है। इसलिए समाजवादी सरकार साइकिल को हर तरह से बढ़ावा दे रही है। इस दिशा में आगे भी प्रयास जारी रहेंगे। समाजवादियों की कोशिशों से ही आज किसी को भी साइकिल चलाने में शर्म नहीं महसूस होती है। उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से साइकिल को बढ़ावा देने के लिए अपने सुझाव देने का आह्वान करते हुए कहा कि उपयोगी सुझावों पर राज्य सरकार गम्भीरता से विचार करेगी।
मुख्यमंत्री ने मोती महल लॉन में आयोजित दो-दिवसीय राष्ट्रीय साइकिल मेला-2015 के शुभारंभ अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साइकिल नौजवान, किसान, मेहनतकश, सिपाही आदि की पहचान है। अपने देश में इसे सामान्यत: गरीबों की सवारी माना जाता है। लेकिन विकसित देशों में इसका इस्तेमाल काफी बढ़ा है। ऐसे देशों में साइकिल के लिए अलग से सुरक्षित रास्ते की व्यवस्था है। लंदन में तो आसानी और तेजी से साइकिल चलाने के लिए अलग से सुपर साइकिल हाईवे बनाया जा रहा है। अपने देश में प्लानिंग की कमी की वजह से ऐसी व्यवस्था नहीं है। प्रदेश सरकार ने पैदल और साइकिल चलाने वालों के लिए अलग और सुरक्षित रास्ते की नीति अपनायी है। श्री यादव ने कहा कि आज साइकिल के फायदे से सभी परिचित हैं। ज्यादा से ज्यादा लोग साइकिल चलाएं और स्वस्थ रहें, इसके लिए समाजवादी सरकार ने लखनऊ और आगरा को साइकिल फ्रेण्डली नगर के तौर पर विकसित करने का फैसला लिया है। साथ ही, लखनऊ सहित अन्य बड़े नगरों में साइकिल ट्रैक का निर्माण भी किया गया है। साइकिल पर्यावरण के नजरिए से भी अनुकूल है, इससे प्रदूषण नहीं होता है तथा पेट्रोल एवं डीजल की भी बजत होती है। साइकिल आवागमन का सस्ता एवं सुलभ साधन ही नहीं है, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण, ग्लोबल वॉर्मिंग, ऊर्जा संकट तथा नुकसानदायक जीवन शैली से जूझ रहे समाज के लिए विकास का एक रास्ता भी है।