तुरंत शुरू किया सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंंट: मुख्य सचिव

alok ranjan
वरिष्ठï संवाददाता
लखनऊ। मुख्य सचिव आलोक रंजन ने गोमती रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट के कार्यों की समीक्षा करते हुये सख्त निर्देश दिये हैं कि गोमती नदी की सफाई के दौरान निकाली गई सिल्ट वर्षा के दौरान नदी में पुन: न जाने पाये। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लाण्ट अभी तक चालू न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये हैं कि आगामी 01 सप्ताह में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रारम्भ कराकर यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाये कि लखनऊ शहर की गन्दगी शहर के किसी भी स्थान पर एकत्र न कर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लाण्ट में पहुंचायी जाये। उन्होंने कहा कि गोमती रिवर फ्रन्ट के कार्यों में और अधिक तेजी लाकर अवशेष कार्यों को प्राथमिकता से निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने हेतु 24 घंटे निरन्तर शिफ्टवाइज कार्य कराये जायें।
उन्होंने कहा कि गोमती नदी के दोनों किनारों पर ट्रंक ड्रेन के निर्माण का प्राक्कलन तैयार कर शीघ्र ट्रंक ड्रेन का निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।
प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल ने बताया कि नदी की सफाई के दौरान निकाली गई समस्त सिल्ट/स्लज नदी के किनारे दूर रखवायी गई है। उन्होंने बताया कि सिल्ट/स्लज निकालते समय पूर्ण रूप से सैचुरेटेड थी, जिस वजह से यह पूर्णत: कॉम्पैक्ट हो चुकी है, इसलिये सिल्ट को नदी में जाने की संभावना नगण्य है। उन्होंने बताया कि डायाफ्राम वाल का स्तर दोनों किनारों के प्राकृतिक स्तरों से अधिक रखा गया है, इसलिये किनारों के विकास हेतु बहुत अधिक मात्रा में मिट्टी की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुये निकाली गयी सिल्ट/मिट्टी को अन्यत्र जगह नहीं ले जाया जा पा रहा है।