लखनऊ। यूपी में बिजली चोरी रोकने लिए भले ही बिजली कम्पनियां लगातार अभियान चला रही हैं परन्तु बिजली चोरी का हाल यह है कि लाईन हानियां व एटीसी हानियां लगातार बढ़ रही हैं जिसका खामियाजा प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है प्रत्येक वर्ष जितना बिजली की खरीद होती है शत प्रतिशत बेची नहीं जा पाती यह कहना गलत नहीं होगा कि पूरे प्रदेश में प्रत्येक वर्ष लगभग 5000 से 6000 करोड़ रूपये की बिजली चोरी हो जाती है और जिसका खामियाजा प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है जिसके विरोध में आज उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष, अवधेश कुमार वर्मा ने नियामक आयोग के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा से मुलाकात कर उन्हें एक जनहित प्रत्यावेदन सौपा जिसमें यह मुद्दा उठाया कि 26 अगस्त पावर कार्पोरेशन द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-15 की एटीसी हानियों के सम्बन्ध जो सूचना आयोग को सौंपी गयी है उसमें अनेकों सर्किल ऐसी हैं जहां पर 40 प्रतिशत के ऊपर एटीसी हानियां है। विश्व ऊर्जा कौंसिल के स्थायी सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से प्रदेश के दर्जनों सर्किलों में 40 प्रतिशत के ऊपर एटीसी हानियां है निश्चित ही यह चिंता का विषय है।
2015 में सौंपी गयी रिपोर्ट के अनुसार ए0टी0सी0 हानियों कि स्थिति इस प्रकार है:-
सर्किल का नाम वर्ष 2014-15 में ए0टी0सी0 हानियां
ई0डी0सी0 शामली 40.81 प्रतिशत
ई0डी0सी0 भीमनगर 50.04 प्रतिशत
ई0डी0सी0-2 मुरादाबाद 43.88 प्रतिशत
ई0डी0सी0 रामपुर 46.55 प्रतिशत
ई0डी0सी0 मैनपुरी 51.48 प्रतिशत
ई0डी0सी0 हाथरस 43.13 प्रतिशत
ई0डी0सी0 इटावा 57.61 प्रतिशत
ई0डी0सी0 फरूखाबाद 53.58 प्रतिशत
ई0डी0सी0 झांसी 49.89 प्रतिशत
ई0डी0सी0 उरई 54.51 प्रतिशत
ई0डी0सी0 मीरजापुर 40.01 प्रतिशत
ई0डी0सी0 आजमगढ़ 56.10 प्रतिशत