फीचर डेस्क। हमारे भारत में अनेक ऐसे मंदिर है जिनके रहस्य आज तक अनसुलझे है। आज हम आपको बता रहे है महाकाल की नगरी उज्जैन के काल भैरव मंदिर के बारे में। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है की यहां पर भगवान काल भैरव साक्षात रूप में मदिरा पान करते है। जैसा की हम जानते है काल भैरव के प्रत्येक मंदिर में भगवान भैरव को मदिरा प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है। लेकिन उज्जैन स्तिथ काल भैरव मंदिर में जैसे ही शराब से भरे प्याले काल भैरव…
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जमीन में दबा है अरबों का खजाना: सरकार बेखबर
फीचर डेस्क। अस्कोट की पहाड़ी के नीचे कीमती धातुओं का खजाना भरा है। धातु भी ऐसी जिसके लिए पूरी दुनिया लालायित रहती है। अस्कोट के बड़ी गांव क्षेत्र में सर्वे के अनुसार सोना, तांबा, चांदी, लेड, शीशा, जस्ता जैसी एक लाख पैंसठ हजार मैट्रिक टन धातु है। यहां की खनिज संपदा राज्य की मालीहालत बदल सकने में सक्षम है, लेकिन इस दिशा में सार्थक प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। यहां पर 30 वर्षों तक मिनरल एक्प्लोरेशन कारपोरेशन (एमइसी) ने खनन किया और यहां से धातु निकाली थी। इससे पूर्व…
Read Moreखजुराहो में शुरू हुआ ब्रिक्स सम्मेलन: पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
खजुराहो। दो दिवसीय आठवां ब्रिक्स सम्मेलन गुरुवार से होटल रामाडा में केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की अध्यक्षता में शुरू शुरू हो गया। इस सम्मेलन में भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के पर्यटन मंत्री शामिल हो रहे हैं। वहीं रूस और ब्राजील सम्मेलन में शिरकत नहीं कर रहे हैं। इस सम्मेलन में विश्व पर्यटन के बारे में चर्चा की जाएगी। सम्मेलन के अंतिम दिन शुक्रवार को सम्मेलन में आए देशी और विदेशी प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को पश्चिमी मंदिर समूह का भ्रमण कराके खजुराहो के आकर्षक लाइट एंड साउंड कार्यक्रम का…
Read More500 रुपए में लीजिए 200 साल पुरानी जेल में एक दिन ठहरने का मजा
संगारेड्डी (आरएनएस)। अगर आप जेल में रुकना चाहते हैं तो आपकी ये तमन्ना पूरी हो सकती है। आपको बस इसके लिए 500 रुपये खर्च करने होंगे। तेलंगाना के मेदक जिले में औपनिवेशक युग की एक जेल में ठहरने के लिए आपको 500 रुपये किराया देना होगा। संगारेड्डी में स्थित ये जेल करीब 220 साल पुरानी है। जिसे अब एक संग्राहलय में बदल दिया गया है। इस जेल का निर्माण साल निजाम शासन के वक्त 1796 में किया गया था। जेल के विभाग ने लोगों के ठहरने के लिए स्पेशल स्कीम…
Read Moreआ रहे हैं विघ्र विनाशक मंगलमूर्ति श्री गणेश
फीचर डेस्क। भगवान श्री गणेश के आगमन का उत्सव शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं। आगामी 5 सितम्बर से गणेश उत्सव शुरू हो रहा है जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। देश भर में 5 सितम्बर से गणपति बप्पा मोरया के नारे पूरे वायुमंडल में फैल जायेंगे। मालूम हो कि गणेशोत्सव श्री बाल गंगाधर तिलक ने 100 बरस पूर्व अंग्रेजों के खिलाफ भारतीयों को एकजुट करने के लिए आयोजित किया था जो कि धीरे-धीरे पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा है। धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार श्री वेद…
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