सरोगेसी का बढ़ता व्यवसायीकरण

कुलिंदर सिंह यादव। हाल के ही कुछ दिन पूर्व केंद्र सरकार द्वारा किराए की कोख का व्यवसाय के रूप में इस्तेमाल तथा विदेशी दंपत्तियों के लिए भारत में इसके उपयोग पर रोक लगाने का निर्णयलिया है सेरोगेसी का व्यवसाय भारत में पिछले कुछ वर्षों में अपनी जड़ें जमा चुका है निरंतर चर्चा में रहने के उपरांत पहली बार इस पर रोक लगाने केलिए कदम उठाए गए हैं इस व्यवसाय की तीव्र विस्तारीकरण इसके दुरुपयोग के मामले तथा इससे जुड़े कानूनी समस्याओं के कारण समाज मेंअराजकता को पांव पसारने से रोकने…

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हम जीवन के प्रति धन्यता का अनुभव करें

ललित गर्ग। आज यह तय करना जरूरी है कि जीवन धन्य है। हमारे स्वयं के प्रति जब धन्यता का भाव होगा तभी हम वास्तविक सफलताओं को सृजित कर सकेंगे। हम जो उद्देश्य लेकर घर से बाहर कदम रखते हैं उससे कभी विचलित नहीं होना चाहिए। डॉ. अब्दूल कलाम की जिसने जीवनी पढ़ी है तो उसमें उन्होंने लिखा है कि जो हम सोचते है वह अवश्य पूर्ण होता है। हर व्यक्ति की यह स्वाभाविक प्रवृत्ति है कि वह अपने जीवन में सफलता की उच्चतम ऊंचाइयों को छूना चाहता है। उसकी यह…

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जातिगत समीकरण को मजबूत करने के मंथन में जुटीं भाजपा व बसपा

पंकज शर्मा। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव जनवरी-फरवरी 2017 में सम्भावित है। ऐसे में भाजपा, बसपा, सपा, कांग्रेस आदि सहित छोटे-छोटे राजनीतिक दल अपने-अपने समीकरण को दुरूस्त करने के प्रयास में जुट गये हैं। राजद व जदयू बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में महागठबंधन बनाने के प्रयास में जुटे हैं। कांग्रेस के साथ-साथ बसपा के साथ गठबंधन बनाने की बात चल रही है। यदि ऐसा हो गया तो महागठबंधन बिहार की भांति परिणाम की पुनरावृत्ति कर सकता है। उत्तर प्रदेश में यह वर्ष चुनावी वर्ष है। ऐसे में प्रदेश…

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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की समस्याएं

कुलिंदर सिंह यादव। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वैश्विक संस्थाओं में विकासशील देशों को ज्यादा प्रतिनिधित्व देने के लिए मताधिकार को 21 सदी के अनुसार तार्किक बनाने की मांग की है ताकि विकसित देशो द्वारा मदद के नाम विकासशील देशों के शोषण को रोका जा सके मोदी चाहते हैं कि वैश्विक संस्थाओं में से एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जो विकासशील देशों को अल्पकालिक के लिए धन उपलब्ध कराता है वह कोटा सुधार की दिशा में तेजी से कार्य करें विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था भी तीव्र विकास दर हासिल कर सके अंतर्राष्ट्रीय…

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कुलिंदर सिंह यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वैश्विक संस्थाओं में विकासशील देशों को ज्यादा प्रतिनिधित्व देने के लिए मताधिकार को 21 सदी के अनुसार तार्किक बनाने की मांग की है ताकि विकसित देशो द्वारा मदद के नाम विकासशील देशों के शोषण को रोका जा सके मोदी चाहते हैं कि वैश्विक संस्थाओं में से एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जो विकासशील देशों को अल्पकालिक के लिए धन उपलब्ध कराता है वह कोटा सुधार की दिशा में तेजी से कार्य करें विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था भी तीव्र विकास दर हासिल कर सके अंतर्राष्ट्रीय…

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