स्किल इंडिया की रफ्तार धीमी: लक्ष्य है दूर की कौड़ी

विचार डेस्क। सरकार ने स्किल इंडिया के जरिए सन 2022 तक 40 करोड़ से ज्यादा लोगों को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य जरूर ले रखा है, मगर देश में शिक्षा और उसमें भी व्यावसायिक शिक्षा की रफ्तार को देखते हुए यह दूर की कौड़ी ही लग रहा है। जरा कुछ आंकड़ों पर गौर करें। नैशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) के ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक देश में हर दस वयस्कों में से एक को ही किसी तरह का कारोबारी प्रशिक्षण मिला हुआ है। 15 से 59 आयु वर्ग के 2.2 प्रतिशत लोगों…

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रिश्तों के नये दौर में भारत-श्रीलंका

जी. पार्थसारथी। श्रीलंका के आम चुनावों में विजयी होकर प्रधानमंत्री बने रानिल विक्रमसिंघे पिछले दिनों नई दिल्ली की यात्रा पर आए तो उनका स्वागत काफी गर्मजोशी से किया गया। काफी पहले से ही विक्रमसिंघे को एक भारत हितैषी राजनेता माना जाता है, साथ ही वे भारत के सुरक्षा संबंधी हितों के प्रति उदारवादी नजरिया रखते हैं। इसके अलावा उन्होंने श्रीलंका के उत्तरी और पूर्वी प्रांतों में रह रहे तमिल अल्पसंख्यकों के साथ मधुर रिश्ते बनाने की दिशा में निर्णय लेने का साहस दिखाया है। अपने दूसरे प्रधानमंत्रित्वकाल में विक्रमसिंघे ने युद्ध-विराम…

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जीवनी के जरिये अतीत से साक्षात्कार

राजकुमार सिंह। याद नहीं पड़ता कि विदेशी मूल का कोई व्यक्ति आजाद भारत के लिए इतना महत्वपूर्ण बना गया हो, जितना कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के दोहते और सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री मानी गयीं इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी की प्रेयसी से देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस की अध्यक्ष तक का सोनिया का सफर किसी रोचक-रोमांचक और भावनात्मक फिल्म सरीखा है। कहना होगा कि स्पेन के चर्चित उपन्यासकार जेवियर मोरो ने पारिवारिक मित्रों तथा तत्कालीन घटनाक्रम के दस्तावेजी उल्लेखों के…

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बिजली व्यवस्था की स्याह तस्वीर

डॉ. भरत झुनझुनवाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के नागरिकों को सातों दिन 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के वायदे की हाल में समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि देश में पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध है परन्तु राज्यों के बिजली बोर्ड इसे खरीद कर उपभोक्ता को सप्लाई नहीं कर रहे हैं। देश में बिजली की खरीद-बिक्री इंडिया एनर्जी एक्सचेन्ज में होती है। यहां बिजली उत्पादक कंपनियां बिजली आफर करती हैं और बिजली बोर्ड इसे खरीदते हैं। एक्सचेन्ज पर वर्तमान में बिजली का दाम लगभग…

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पूना पैक्ट दिवस पर विशेष: दलित गुलामी का दस्तावेज है पूना पैक्ट

एसआर दारापुरी। भारतीय हिन्दू समाज में जाति को आधारशिला माना गया है् इस में श्रेणीबद्ध असमानता के ढांचे में अछूत सबसे निचले स्तर पर हैं जिन्हें 1935 तक सरकारी तौर पर डिप्रेस्ड क्लासेज कहा जाता थाण् गांधी जी ने उन्हें हरिजन के नाम से पुरस्कृत किया था जिसे अधिकतर अछूतों ने स्वीकार नहीं किया था। अब उन्होंने अपने लिए दलित नाम स्वयम चुना है जो उनकी पददलित स्थिति का परिचायक है वर्तमान में वे भारत की कुल आबादी का लगभग छठा भाग 16.20 फीसदी तथा कुल हिन्दू आबादी का पांचवा…

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