विचार डेस्क। वैज्ञानिकों के लिए मंगल एक ग्रह है, पर आम आदमी के लिए वह उससे कहीं ज्यादा है। एक स्वप्नलोक, किस्सों की मायावी दुनिया या कुछ और। एक तरफ साइंटिस्ट सबूतों की रोशनी में उसकी गुत्थियां सुलझाने में लगे रहते हैं तो दूसरी तरफ लोग मंगल को अपनी कल्पना के अंतरिक्ष में उड़ान भर रहे होते हैं। यह भी कैसा संयोग है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ऐसे समय मंगल पर पानी होने की पुष्टि की है, जिस समय इस ग्रह को लेकर बनाई गई हॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर…
Read MoreCategory: विचार
अमेरिकी राजनीति का ट्रंप कार्ड
एस. निहाल सिंह। अमेरिकी लोग उस प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध हुए पड़े हैं, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक घटना कहा जाता है, और वह है अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव। हर चार साल बाद होने वाले इन चुनावों का प्रचार चक्र अबकी बार लंबा हो चला है। इस बार प्रतिभागियों और पार्टियों के बीच न केवल कटुता ज्यादा ही तीखी है बल्कि मसखरापन भी सौ गुणा बढ़ गया है। सच तो यह है कि जमीन-जायदाद के कारोबार का सुल्तान कहे जाने वाले डोनल्ड ट्रंप जिस तरीके का भड़कीला चुनाव प्रचार करके लोगों के…
Read Moreडिजिटल इंडिया : सपना और हकीकत
विचार डेस्क। भारत के सवा अरब नागरिकों को डिजिटल रूप से जोडऩे का सपना बहुत बड़ा है, पर यह असंभव भी नहीं है। इसके लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करने होंगे। सबसे पहले यह समझना होगा कि इसका मतलब किसी व्यक्ति तक डिजिटल साधन पहुंचा देना भर नहीं है। इसकी सार्थकता तभी है जब वे साधन उस व्यक्ति की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी में सहायक बनें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलिकॉन वैली में आईटी सेक्टर के कुछ प्रमुख सीईओज के बीच अपनी महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया की चर्चा की और उनसे इसके…
Read Moreमोदी का हमकदम छत्तीसगढ़ :साकार हो रहा डिजिटल भारत का सपना
स्वराज्य कुमार। डिजिटल भारत का सपना छत्तीसगढ़ में तेजी से साकार हो रहा है। यह भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां के मुख्यमंत्री से स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ देश और दुनिया के हर हिस्से के लोग सरकारी योजनाओं के बारे में फेसबुक पर विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। आम जनता की दिन-प्रतिदिन की जिंदगी को सहज-सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सोशल मीडिया सहित सूचना प्रौद्योगिकी के सभी आधुनिक औजारों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।…
Read Moreजान की कीमत पर मुनाफे की तलाश
क्षमा शर्मा। कुछ दिन पहले देर रात मेरे एक परिचित का फोन आया। बहुत डरे और घबराए हुए लग रहे थे। उनकी ऐसी आवाज सुनकर मैं भी घबरा उठी। बोले—तुम्हारे इलाके में कोई ऐसा बकरी वाला रहता है। नहीं सोसायटी में तो ऐसा जानवर पाला ही नहीं जा सकता। अरे भाई सोसाइटी में नहीं, तुम्हारे आसपास तो कई गांव भी हैं। लोगों के घर में बकरियां होंगी ही। बोले कि उनकी पत्नी को डेंगू के लक्षण हैं। किसी ने कहा है कि पपीते के पत्तों का रस और बकरी का…
Read More