करहल से अमृतांशु मिश्र। बीजेपी ने करहल में एसपी प्रेसीडेंट अखिलेश यादव के खिलाफ कद्दावर नेता को चुनाव मैदान में उतारा है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता दिख रहा हैं क्योंकि यहां के लोग अखिलेश यादव को ‘घर का लडक़ा’ मानते हैं। यहांं 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान होगा। कांग्रेस ने सपा प्रमुख के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने इस निर्वाचन क्षेत्र में कुलदीप नारायण को उम्मीदवार बनाया है। बघेल और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री…
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दूसरे चरण में गन्ना है प्रमुख मुद्दा
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सोमवार को दूसरे चरण का मतदान होगा। इस बार के चुनावों में भी गन्ना किसानों की समस्याएं प्रमुख मुद्दा हैं। ऐसे में राज्य की इस प्रमुख फसल की पैदावार करने वाले क्षेत्र में 14 फरवरी को दूसरे चरण का मतदान होने जा रहा है। राज्य में गन्ने का क्षेत्रफल 23.08 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है, जबकि 2020-21 में ये 23.07 लाख हेक्टेयर था। उत्तर प्रदेश का गन्ना क्षेत्र कम से कम 35 लाख किसानों का घर है। गन्ने की खेती की प्रमुखता…
Read Moreबागी बने सभी दलों के लिए समस्या
चुनाव डेस्क। विधानसभा चुनाव में बागी बने प्रत्याशी सत्ता पक्ष सहित बाकी सपा, बसपा और कांग्रेस राजनीतिक दलों के लिए मुश्किल का सबब बन सकते हैं। टिकट न मिलने से जुदा राह पकडऩे वाले ये प्रत्याशी बतौर निर्दल चुनाव मैदान में उतरकर अपनी ही पार्टी को चुनौती दे रहे हैं। मौके का फायदा उठाते हुए ऐसे कुछ प्रत्याशियों को दूसरे दलों ने सहारा दे दिया है। इनमें विधायक भी शामिल हैं।नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद संगठन के नेता ऐसे प्रत्याशियों से पर्चा वापस लेने की मनुहार कर रहे हैं।…
Read Moreशिवपाल बोले: मुलायम ने कहा तब बनाई प्रसपा
चुनाव डेस्क। प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने खुलासा किया है कि वह चाहते तो 2017 में ही केंद्र में मंत्री बन जाते पर बुनकर, मजदूरों व गरीबों के हितों के लिए पद नहीं स्वीकार किया। सपा प्रत्याशी का पहली बार शहर में प्रचार करने आये शिवपाल ने कहा कि मैंने जितना त्याग किया उतना किसी ने नहीं किया। मुलायम सिंह यादव के आदेश पर उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) लोहिया का गठन किया था। प्रसपा 100 सीटों पर प्रदेश में चुनाव लडऩा चाहती थी लेकिन अगर हम प्रत्याशियों को…
Read Moreअमेठी विस सीट: अपने गढ़ में बेचारी बन कर रह गयी कांग्रेस
आशुतोष मिश्र, अमेठी। पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस कभी गांधी परिवार के गढ़ रहे अमेठी की लड़ाई में उधार के खिलाडिय़ों पर निर्भर हैं, जिसे भाजपा अब भेद चुकी है। अमेठी विधानसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व कांग्रेस नेता संजय सिंह को मैदान में उतारा है, जो 2019 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ गए थे। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट से आशीष शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर पांचवे चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से शुक्ला 2017…
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